भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
लेकिन कहाँ है जवाब? / गिरधर राठी
Kavita Kosh से
(लेकिन कहाँ है जवाब? / गिरिधर राठी से पुनर्निर्देशित)
बातें बेलाग हैं
सवाल दो-टूक--
- कटे हुए जंगल
- जलती हुई औरतें
- ख़ाक छानते बच्चे
- लुरियाते जवाँ-मर्द...
रंग हैं पहचाने
रौशनी अधुंधली--
- भीनी-भीनी जूठन की पत्तलें
- लपकते इंसान
- चुंधियाती आँखें
- और कुछ प्रवाल-द्वीप...
(और एक ऎसी ही लम्बी फ़ेहरिस्त
छटाएँ गहरी हल्की रंगारंग बदरंग
जटिलतम गुत्थियाँ
सरल-कठिन रेशे)
लेकिन कहाँ है जवाब?