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वर्तमान / गंग नहौन / निशाकर

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वर्तमान
वर्तमान वीभत्से नहि होइत अछि
ओहिसँ शृंगार सेहो हुलकी दैत अछि।

वर्तमान
मात्र तीन नहि होइछ
मीठ सेहो लगैत अछि।

वर्तमान
मात्र गिरगिट जकाँ रंगे नहि बदलैछ
माय-सन दुलार सेहो करैत अछि।

वर्तमानक गर्भमे
मात्र अपहरण, नरसंहार आ बलात्कारे नहि पोसाइत अछि
धर्म, सेक्स आ कला सेहो पोसाइत अछि।