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वाह रे भारत महान / पंकज चौधरी
Kavita Kosh से
खाने-खेलने की उम्र में
कूडे़ के ढेर पर
पोलीथिन बीनते बच्चे
अपने देश के नहीं
जैसे जापान के बच्चे हैं
और उनकी धँसी हुई आँखें
पांजर में सटा हुआ पेट
और जिस्म पर दिखती हड्डियों की रेखाएँ?
अपने देश की नहीं
बल्कि सोमालिया की हैं
और उनकी अर्जित की हुई संपत्ति?
अपने देश भारत की है
वाह-वाह रे हमारा भारत महान!