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विचारों का पीछा / कंसतनतीन केदरफ़ / अनिल जनविजय

डेनमार्क के दार्शनिक किर्केगार्ड के बारे में सोचते-सोचते
जैसे मैं किसी सपने से जागा
अपना दुख समझने के लिए
हमें जाना होगा वहाँ
आसमान और समन्दर मिलते हैं जहाँ

वे सभी जो विस्मृति के लिए प्रयास करते हैं
शून्यता के योद्धा
छाया के बाद छाया का अनुसरण करें
तुम्हारे जाल से छाया में मैं

विचार की शाश्वत खोज में
मैंने अपने विचारों की गाड़ी खो दी
जहाँ अर्थ की विस्मृति है
सच्चा अर्थ यहीं है

मूल रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय
लीजिए, अब यही रचना मूल रूसी भाषा में पढ़िए
           Константин Кедров
     В вечной погоне за мыслью

Думая о Кьеркегоре
Я пробудился в свой сон
Чтобы понять своё горе
Нужно войти в горизонт

Все кто стремится к забвенью
Воины Небытия
Следуют тенью за тенью
В Тень из тенёт твоих Я

В вечной погоне за мыслью
Я потерял свою мысль
Там где в забвении смысла
Кроется истинный смысл