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विचार / श्रीविलास सिंह
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तलवारें
हक़ छीनती भी हैं
और हक़ दिलाती भी हैं,
फर्क सिर्फ
उन्हें पकड़ने वाले हाथों का होता है,
विचार भी शायद होते हैं
तलवारों की तरह।