• गृह
  • बेतरतीब
  • ध्यानसूची
  • सेटिंग्स
  • लॉग इन करें
  • कविता कोश के बारे में
  • अस्वीकरण

पृष्ठ इतिहास

ऐ फरोगे हुस्न तेरी दिलकशी ज़िन्दा रहे / सादिक़ रिज़वी

7 दिसम्बर 2011

  • Lalit Kumar

    '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सादिक़ रिज़वी }} {{KKCatGhazal}} <poem> ऐ फरोगे हु...' के साथ नया पन्ना बनाया

    13:05

    +2,012

  • Kavita Kosh

    • मोबाइल‌
    • डेस्कटॉप
  • गोपनीयता