• गृह
  • बेतरतीब
  • ध्यानसूची
  • सेटिंग्स
  • लॉग इन करें
  • कविता कोश के बारे में
  • अस्वीकरण

पृष्ठ इतिहास

है ख़िरद-मन्दी यही बा-होश दीवाना रहे / बेहज़ाद लखनवी

18 अप्रैल 2018

  • अनिल जनविजय

    '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=बेहज़ाद लखनवी }} {{KKCatGhazal}} <poem> है ख़िरद-...' के साथ नया पृष्ठ बनाया

    04:12

    +2,071

  • Kavita Kosh

    • मोबाइल‌
    • डेस्कटॉप
  • गोपनीयता