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* [[यहाँ रात किसी की रोते कटे या चैन से सोते-सोते कटे / गोपाल सिंह नेपाली]]
* [[दूर पपीहा बोला रात आधी रह गई / गोपाल सिंह नेपाली]]
* [[दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी अँखियाँ प्यासी रे / गोपाल सिंह नेपाली]]
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