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* [[नींद को आँखों में भर लेने की आदत बन गई / जहिर कुरैशी]]
* [[हमने शब्दों में उतरने की बहुत कोशिश की / जहीर कुरैशी]]
* [[उपन्यासों की बानी हो रही है / जहीर कुरैशी]]
* [[वो जिन लोगों को सपने बेचते हैं / जहीर कुरैशी]]
* [[उपालंभ में करता है--ग़ज़ल / जहीर कुरैशी]]