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मील-पत्थर कैसे रहे होंगे वे हाथजिन्होंने चिड़िया का चित्र बनायाबहुत बार उड़े होंगे/आकाश की तरहऊंचाईयों मेंउम्र कितनी बार सुनी होगीचिड़िया की ढलान चहकतीबच्चे की तुतली मिठास मेंऔर सारी उम्र किया होगाचिड़िया-सा घोंसला बनाने का जतनउड़ती चहकतीतिनके चुनतीघोंसला बनाती चिड़ियाघोंसले सेगिरते हुए तिनकेवह उठातासहेजताऔर करता रहताचिड़िया-सा घोंसला बनाने का अभ्यासफिसल गएक्योंकि रोज आ बैठतीकितने ही वर्ष ।एक चिड़िया उसके भीतर।
क़ायम हैं
मील-पत्थर की तरह
तुम्हारे संग बिताए
पल ।
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