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बात बस से निकल चली है / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
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17:48, 9 मार्च 2011
दर्द की रात ढल चली है
रचनाकाल :
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21 नवंबर 1953, मांटगोमरी जेल
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अनिल जनविजय
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