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एक पल में एक सदी का मज़ा / ख़ुमार बाराबंकवी
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13:49, 31 मार्च 2011
भूले है रफ़्ता-रफ़्ता उन्हे मुद्दतो में हम
किश्तो में
खुदखुशी
ख़ुदकुशी
का मज़ा हमसे पूछिए
आग़ाज़-ए-आशिकी का मज़ा आप जानिए
Kartikey agarwaal khalish
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