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ज़ख्म / गली में आज चाँद निकला
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17:13, 1 अप्रैल 2011
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<poem> तुम आए जो आया मुझे याद, गली में आज चाँद निकला
जाने कितने दिनों के बाद, गली में आज चाँद निकला
Pratishtha
KKSahayogi,
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