भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
अंतरगति का चित्र बना दो कागज़ पर
मकड़ी के जले तानवा जाले तनवा दो कागज़ पर
गुमराही का नर्क न लादो कागज़ पर