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17:24, 9 अप्रैल 2011 {{KKGlobal}}
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| रचनाकार=रमा द्विवेदी
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पूज्य श्री गुरु ग्रन्थ साहिब सर्व गुणों की खान है,
खालसा की शान है यह गीता और कुरान है।
सत्य की उपासना, दुखियों की दु:खहर्ता ये,
भेदभाव के बिना सबका यहाँ सम्मान है।
खालसा की शान है यह गीता और कुरान है॥
आन-बान-आस्थाओं के लिए जो मर मिटे,
समानता,समन्वयता,अध्यात्म की पहचान है।
खालसा की शान है यह गीता और कुरान है॥
राजा हो या रंक हो सब साथ में ‘लंगर’ छकें,
समझ सका जो पीर को ये दीनों के भगवान हैं।
खालसा की शान हैं यह गीता और कुरान है॥
शान्ति और अमन की राह दुनिया को दिखलाती है,
आओ करें शत-शत नमन यह सबका गौरवगान है।
खालसा की शान है यह गीता और कुरान है॥
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