Changes

तुम कत गाइ चरावन जात / सूरदास

37 bytes added, 14:58, 18 अप्रैल 2011
|रचनाकार=सूरदास
}}
{{KKCatKavita}}{{KKAnthologyKrushn}}
तुम कत गाइ चरावन जात ।<br>
पिता तुम्हारौ नंद महर सौ, अरु जसुमति सी जाकी मात ॥<br>