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Kavita Kosh से
|रचनाकार=लाल्टू
|संग्रह=
}}{{KKCatKavita}}{{KKAnthologyPita}}<poem>वह गंदा सा चुपचाप लेटा है
साफ सफेद अस्पताल की चादर के नीचे
मार खाते खाते वह बेहोश हो गया था