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एक शहर है चिकमंगलूरलाल टमाटर-लाल टमाटर,रहते वहाँ बहुत लँगूर ।मैं तो तुमको खाऊँगा,एक बार जब मियाँ गफ़ूररुक जाओ,मैं थोड़े दिन में खाने गए वहाँ अँगूर और बड़ा हो जाऊँगा बिल्ली एक निकल आई लाल टमाटर-लाल टमाटर,वह मुझको भूख लगी भारी, भूख लगी है तो थी उनकी ताई तुम खा लो-ये गाजर-मूली सारी टाँग पकड़कर पटकी दीलाल टमाटर-लाल टमाटर,जय मुझको तो तुम भाते हो बिल्ली ताई की , जो तुमको भाता है भैया, उसको क्यों खा जाते हो ? लाल टमाटर-लाल टमाटर,अच्छा तुम्हे न खाऊँगा, मगर तोड़कर डाली पर से अपने घर ले जाऊँगा
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