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Kavita Kosh से
होठ खोले न थे, बात भी हो गयी
अब तो यह जिन्दगी ज़िन्दगी आपकी हो गयी
भूल जो भी हुई थी, सही हो गयी
ख़त्म ऐसे ही कुल ज़िन्दगी हो गयी
प्यार की राह में, आंसुओं आँसुओं ने कभी
बात जो थी कही, अनकही हो गयी