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Kavita Kosh से
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<tr><td style="width:150px" align=center>[[चित्र:MridulKirti.jpg|100px]]<br>'''डा. [[मृदुल कीर्ति]]'''</td><td valign=top>
ये है कविता कोश अनुपम, अलंकारों से जड़ा,<br>
जितना लूटोगे इसे आश्चर्य मय! उतना बढ़ा<br>
हीरक मणि सी भावनाएं, विज्ञ लोगों ने गढी<br>
कोश कविता का खुला है, पा सकें जिसने पढीं.<br>
थामतीं हैं भावनाएँ, हो विषादों की घड़ी<br>
इनकी तन्मयता निरंतर, ब्रह्म से होतीं जुडी.<br>
जब कोई साथी हमें, मिलता नहीं परिवेश में,<br>
साथ साँचा पा सकेंगे, मित्र '''"कविता कोश"''' में<br>
</td></tr>
 
 
 
<tr><td style="width:150px" align=center>'''रूपसिंह चन्देल'''</td><td valign=top>कविता कोश ने दो वर्ष की यात्रा सफलता-पूर्वक पूरी कर तीसरे वर्ष में प्रवेश कर रहा है. इसके माध्यम से आपने हिन्दी के लिए अमूल्य कार्य किया है. हिन्दी कविता को विश्व-मानचित्र में सुस्थापित करने का जो गौरवपूर्ण कार्य आपने किया है वह श्लाघनीय है. मेरा विश्वास है कि कविताकोश की यह यात्रा निरंतर जारी रहेगी. इस अवसर के लिए आपको मेरी ढेर सारी बधाई.
</td></tr>
 
<tr><td style="width:150px" align=center>[[चित्र:Dwijendra_dwij.jpg|100px]]<br>'''[[द्विजेन्द्र 'द्विज']]'''</td><td valign=top>
हिन्दी काव्य सृजन के विविध रूप—रंग विश्व—व्यापी पाठक वर्ग के समक्ष कविता कोश के रूप में लाकर रखने का आपने जो प्रयास किया है उसकी प्रशंसा और अनुशंसा के लिये लिए कम—अज़—कम मेरे पास तो शब्द ही नहीं हैं!<br><br>
 
मात्र दो वर्ष में इतना अधिक नया—पुराना काव्य सृजन साहित्य प्रेमियों के लिए कविता कोष में जुटा पाना एक सपने जैसा तो लगता है, लेकिन इस सपने को यहाँ सच होते हुए भी हम देख ही पा रहे हैं। आश्वस्त हुआ जा सकता है कि आने वाले कुछ ही वर्षों में विश्व भर का हिन्दी काव्य यहाँ उपलब्ध होगा।<br><br>
 
''है तेरे साथ अगर तेरे इरादों का जुनूँ,<br>''
''क़ाफ़िला है तू कभी खु़द को अकेला न समझ<br><br>''
 
आपका यह संकल्प निरन्तर बना रहे, सुदृढ़ हो!<br><br>
</td></tr>
 
 
<tr><td style="width:150px" align=center>[[चित्र:Abha_bodhisatva.png|100px]]<br>'''[[आभा बोधिसत्त्व]]'''</td><td valign=top>कविता कोश से जुड़ कर बहुत अच्छा लगा। कविता कोश के साथ क्यों नहीं कथाकोश की शुरुआत करते...अच्छा रहेगा... कविता कोश की उन्नति हो
</td></tr>
 
<tr><td style="width:150px" align=center>[[चित्र:Subhash_neerav.jpg|100px]]<br>'''[[सुभाष नीरव]]'''</td><td valign=top>यह हम सब हिंदी प्रेमियों के लिए बड़े गर्व और हर्ष की बात है कि आपने जिस महत्वपूर्ण लेकिन बहुत कठिन काम का सपना देखा था, वह आज एक उपलब्द्धि के रूप में हमारे सामने हैं। नि:संदेह यह दुरुह और श्रमसाध्य कार्य था लेकिन आपकी निष्ठा और लगन ने सिद्ध कर दिया है कि आदमी अगर चाहे तो क्या नहीं कर सकता है। कविता कोश में गत दो वर्षों में 325 से अधिक कवियों की 10,000 रचनाओं को संकलित करके न केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए वरन आने वाली नई पीढ़ी के लिए एक बेहद अनूठा और महत्वपूर्ण कार्य कर दिखाया है, इसके लिए आप को और कविता कोश की पूरी टीम को बधाई।
</td></tr>
<tr><td style="width:150px" align=center>[[चित्र:Divik_ramesh.JPG|100px]]<br>'''[[दिविक रमेश]]'''</td><td valign=top>कविता कोश निस्संदेह हमारा अपना हिन्दी रचना जगत का एक जरूरी वेब जाल हॆ । शुभकामनाएं ऒर बधाई
<tr><td style="width:150px" align=center>[[चित्र:Ramadwivedi.jpg|100px]]<br>'''डॉ० [[रमा द्विवेदी]]'''</td><td valign=top>यह जानकर अत्यन्त खुशी हुई कि कविता कोश अपनी अनवरत यात्रा में दूसरा मील का पत्थर स्थापित करने जा रहा है... इतने कम समय में इतनी अधिक रचनाओं का संकलन कविताकोश ने असंभव को संभव कर दिखाया है सच में यह अद्भुत एवं प्रशंसनीय है। ललित जी एवं कविता कोश की पूरी टीम इसके लिए बधाई की हकदार है। कविताकोश इसी तीव्र गति से सफलता के अनन्त शिखरों का स्पर्श करे इन्हीं हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...</td></tr> <tr><td style="width:150px" align=center>'''रचना श्रीवास्तव'''</td><td valign=top>महान कवियों की अनमोल कविताओं का अनोखा संग्रह है कविता कोश.जब से जाना है दिन में एक बार तो जरूर ही कविता कोश में विचरण करती हूँ जितना देखती हूँ उतना ही कविताओं के इस महासागर में. डूबती जाती हूँ . भगवान से प्रर्थना है की ये यूँ ही उन्नति पथ पे चढता रहे निखरता रहे सवरता रहे और रहती दुनिया तक आपनी वर्षगांठ मनाता रहे.<br><br>
''कवियों की रचनाओं से परिचय करवाता कविता कोश''<br>