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आदिवासी / अनुज लुगुन

1 byte added, 06:38, 14 जुलाई 2011
<poem>
वे जो सुविधाभोगी हैं
या मौक़ापरस्त मौक़ा परस्त हैं
या जिन्हें आरक्षण चाहिए
कहते हैं हम आदिवासी हैं,
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