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}} {{KKAnthologyGandhi}}
*[[गलने लगा हिमालय लज्जा से सागर चिंघाड़ रहा / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[तुमने जीवन दिया हमें, हम तुम्हें मृत्यु दे बैठे आप; / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[बोल 'महात्मा गाँधी की जय' छोड़ दिये कितनों ने प्राण, / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[राजा राम अयोध्या के थे! हुए विदा जो उसको छोड़ / गुलाब खंडेलवाल]]