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फिर-फिर वही धुन लेकर यों किसने पुकारा है! / गुलाब खंडेलवाल
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20:39, 11 अगस्त 2011
यह काम हमारा था, वह काम तुम्हारा है
क्या प्यार को
समझे
समझें
हम, क्या रूप को देखें हम
एक जान हमारी है, एक जान से प्यारा है
Vibhajhalani
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