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बाबा अब तो आँखें खोल / श्रद्धा जैन
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10:27, 7 सितम्बर 2011
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प्यार में बिक जाये बेमोल
इक गुड़िया है गोल-मटोल
जीवन नैया डांवांडोल
बाबा अब तो आँखें खोल
खुल जायेगी तेरी पोल
खुद को इतना भी न टटोल
प्यार में बिक जाये अनमोल
इक गुड़िया है गोल-मटोल
कौन यहाँ किसको क्या दे
Shrddha
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