भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
|मृत्यु=06 फरवरी 2001
|कृतियाँ=मानखो हेला मारै, कूख पड़यै री पीड़, दैखै जिसी चितारै,मरवण तार बजा
|विविध= ‘कूख पड़यै री पीड़’ कविता संग्रह के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार ।
|जीवनी=[[किशोर कल्पनाकांत / परिचय]]
}}