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मायूस तो हूं वायदे से तेरे / साहिर लुधियानवी
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08:25, 22 सितम्बर 2011
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<poem>
मायूस तो हूं वायदे से तेरे, कुछ आस नहीं
सुच
कुछ
आस भी है.
मैं अपने ख्यालों के सदके, तू पास नहीं और पास भी है.
S.k.sarna
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