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23:45, 14 अक्टूबर 2011 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=सांवर दइया
|संग्रह=आ सदी मिजळी मरै / सांवर दइया
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<poem>चेत अरे चेत भाई रेताराम
कूड़ो स्सो हेत भाई रेताराम
कैड़ा है कांई, तूं ई ओळखलै
गाभा है सेत भाई रेताराम
सभावां में हुवै अमोली बिरखा
सूका स्सै खेत भाई रेताराम
आंसुवां री एफ डी किण किण रै नांव
गिण थारै समेत भाई रेताराम
तपती रेत री ताकत अंवेर तूं
थारो धन रेत भाई रेताराम
</poem>