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23:49, 14 अक्टूबर 2011 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=सांवर दइया
|संग्रह=आ सदी मिजळी मरै / सांवर दइया
}}
{{KKCatMoolRajasthani}}
{{KKCatKavita}}
<poem>जिन्दगाणी सूखै ताळ जिंयां
का उळझ्योड़ै सवाल जिंयां
धांसै अर थूकै खून लोग
हुवै सांस और हलाल किंयां
धोरां बिच्चै पड़्या सूखां
मर्यै डांगर री खाल जिंयां
अदीठ हाथां सूं रोस गळो
पूछण आया थे हाल किंयां
तीसूं दिनां री लड़ाई में
आ एक तारीख ढाल जिंयां
</poem>
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