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उसका पोज / निशान्त

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{{KKRachna
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{{KKCatKavita‎}}<poem>उसने हर बार चाहा कि
अबकी बार तो
बन जाए
मुस्कराहट भरी पोज
लेकिन लाख कोशिशों के
बावजूद
फोटोग्राफर के
‘स्माईल प्लीज’ पर
कुछ नहीं हुआ उससे
और फोटो में
आ गया वही
लटका हुआ चेहरा।
</poem>
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