भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
/* "सर्वो देवोमई गौ माता" (रचना : महावीर जोशी, पूलासर -सरदारशहर) */ नया विभाग
महावीर जी, कविता कोश के लिए आपका आवेदन विचाराधीन है। कृपया निर्णय की प्रतीक्षा करें। बिना कविता कोश टीम की अनुमति के आप जो भी रचनाएँ कोश में जोड़ेंगे उन तक पाठक नहीं पहुँच पाएंगे। अत: आपसे प्रार्थना है कि आप धैर्य रखें।
 
== "सर्वो देवोमई गौ माता" (रचना : महावीर जोशी, पूलासर -सरदारशहर) ==
 
जिनके प्रष्ठदेश में ब्रह्मा , मुख में रूद्र निवाश है,
रोम रोम में ईश्वर तन में सब तीर्थो का वास है,
जिनकी रक्षा की खातिर विष्णु ने गोकुल में अवतार लिया,
नंगे पैरो चल कर प्रभु ने गौ पालन स्वीकार किया,
जिनके नाम से अपने धर्म की है विश्व में ऊँची गाथा,
श्रद्धा से हम नमन करे, है "सर्वो देवोमई गौ माता"
वृन्दावन में श्री कृष्ण ने गौ माता का सन्मान किया,
ब्रह्मस्वरूपा गौ माता को माँ कपिला का नाम दिया,
सब देवो की देवी माँ और सब की है गौ माँ दाता,
शीश झुका कर नमन करे, है "सर्वो देवोमई गौ माता"
समुद्र मंथन में विष्णु ने गौ माता का सत्कार किया,
सब देवो की गौ माता को माँ सुरभि का नाम दिया,
सुर मानव सौभाग्याविधयिनी सत्य सनातन धर्म की माता
मोक्ष दायिनी मंगल कारिणी "सर्वो देवोमई गौ माता"
सतयुग त्रेता द्वापर युग में सब नर देवो ने सन्मान किया
कलयुग में कुछ असुरो ने गौ माता का अपमान किया,
धर्मनीति और राजनीती में पिस रही है गौ माता,
अखिल विश्व की प्रतिपालिनी, है "सर्वो देवोमई गौ माता"
आओ हम सब साथ में मिलकर गौ हत्या बंद आह्वान करे,
विश्व के इन अशुरो का हम सब जन्मो में परीत्याग त्याग करे,
भव तारिणी दुःख हारिणी मंगल कारिणी है देवी माता
नित्य प्रेम से शीश झुकाएँ, है "सर्वो देवोमई गौ माता"
गाँव गाँव और शहर शहर में गौ शाला निर्माण करे,
अपने हिस्से की रोटी से कुछ गौ माता को दान करे,
सत्य सनातन धर्म की जननी है सकल विश्व की माता ,
तन मन धन से रक्षा करे हम, है "सर्वो देवोमई गौ माता"