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''' ग़ज़लें '''
* [[जब देखो तब हाथ में ख़ंजर रहता है, / अशोक रावत]]
* [[वो समय वो ज़माना रहा ही नहीं / अशोक रावत]]
* [[ज़ुबां पर फूल होते हैं, ज़हन में ख़ार होते हैं, / अशोक रावत]]
* [[शिकायत ये कि मैं उसकी इबादत क्यों नहीं करता, / अशोक रावत]]