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{{KKRachna
|रचनाकार=नंदकिशोर आचार्य
|संग्रह=केवल एक पत्ती ने / नंदकिशोर आचार्य}}<poem>एक उदास गंध है
सूख कर झरे सपनों की
दरख़्त के
खुशबू के रंगों रँगों की
यादों में
डूबा है जो.जो। 5 सितम्बर 2009</poem>