|विविध=द्वितीय संस्करण, १९४४
}}
* [[साँझ होते ही न जाने छा गई कैसी उदासी / नरेन्द्र शर्मा]]
* [[पगली इन क्षीण बाहुओं में / नरेन्द्र शर्मा]]
* [[आज के बिछुड़े न जाने कब मिलेंगे / नरेन्द्र शर्मा]]
* [[साँझ होते ही न जाने छा गई कैसी उदासी / नरेन्द्र शर्मा* पगली इन क्षीण बाहुओं में / नरेन्द्र शर्मा* सुमुखि तुमको भूल जाना / नरेन्द्र शर्मा]]* [[जब याद आए तुम्हें मेरी सुनयने / नरेन्द्र शर्मा]]* [[क्यों भर लाती हो लोचन / नरेन्द्र शर्मा]]* [[आह, कैसे कर सकूँगा / नरेन्द्र शर्मा]]* [[आज उज्जवल चाँदनी को दिन समझकर / नरेन्द्र शर्मा]]* [[क्यों ऐसी निठुर हुईं रानी / नरेन्द्र शर्मा]]* [[मिल गए उस जन्म में संयोगवश यदि / नरेन्द्र शर्मा]]* [[चिर विरह की इस अमा में / नरेन्द्र शर्मा]]* [[रानी याद तुम्हारी आई / नरेन्द्र शर्मा]]* [[कुहुकती है कोकिला नित / नरेन्द्र शर्मा]]* [[नादान विश्व, नासमझ हृदय / नरेन्द्र शर्मा]]* [[चाँदनी के चार दिन थे / नरेन्द्र शर्मा]]* [[फिर भी तो जीना होगा ही / नरेन्द्र शर्मा]]* [[विदा, प्यारे स्वप्न / नरेन्द्र शर्मा]]* [[कह सकेगा कौन कड़वी बात / नरेन्द्र शर्मा]]* [[जग में तो पूर्ण पुष्प सी / नरेन्द्र शर्मा]]* [[चंचल चकोर से उड़ जाएँ / नरेन्द्र शर्मा]]* [[तुम चंद्र किरण सी खेल रही हो / नरेन्द्र शर्मा]]* [[ प्रिय जाने कब आओगी तुम / नरेन्द्र शर्मा]]* [[ क्या जगत में भ्रांति ही है / नरेन्द्र शर्मा]]* [[ धीरे बह री प्रातः समीर / नरेन्द्र शर्मा]]* [[ कल दिन में मैं कमरे में था / नरेन्द्र शर्मा]]* [[ मेरे आँगन में एक विटप / नरेन्द्र शर्मा]]* [[ वह कितना सुंदर सपना हो / नरेन्द्र शर्मा]]* [[ क्या तुम्हें भी कभी / नरेन्द्र शर्मा]]* [[ सुन कोकिल की पागल पुकार / नरेन्द्र शर्मा]]* [[ चाहता हूँ चित्र प्रिय का / नरेन्द्र शर्मा]]* [[ अंतर अब ज्वालामुखी बना / नरेन्द्र शर्मा* यदि होना ही है चिर विछोह / नरेन्द्र शर्मा* मेरा घर हो नदी किनारे / नरेन्द्र शर्मा* ओ मृदुल लघु दूब / नरेन्द्र शर्मा* मैं वियोगी वह उनींदी रात / नरेन्द्र शर्मा* रही दिन भर साथ मेरे / नरेन्द्र शर्मा]]* [[ मैं सब दिन पाषाण नहीं था / नरेन्द्र शर्मा]]* यदि यों रग रग रोम रोम में / नरेन्द्र शर्मा* मैं मरघट का पीपल तरु हूँ / नरेन्द्र शर्मा* जिस खँडहर के बीच भाग्य की / नरेन्द्र शर्मा* घड़ी घड़ी गिन / नरेन्द्र शर्मा* अनचाहे मेहमान प्राण मेरे जाओ / नरेन्द्र शर्मा* उड़ा उड़ा सा जी रहता है / नरेन्द्र शर्मा* क्यों मुझको कोई भी आकर / नरेन्द्र शर्मा* तुम मेरी भूलों को भूलो / नरेन्द्र शर्मा* पतझर के दिन भी बीत चले / नरेन्द्र शर्मा* मधुमास स्वयं ही चला गया / नरेन्द्र शर्मा* तुम्हें याद है क्या उस दिन की / नरेन्द्र शर्मा* बालारुण की किरण बनूँ मैं / नरेन्द्र शर्मा* यदि इधर आना हुआ तो देख लोगी / नरेन्द्र शर्मा* एक हृदय की कायरता है / नरेन्द्र शर्मा* डर न मन / नरेन्द्र शर्मा* तुम भी कपोत / नरेन्द्र शर्मा