भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

सुकवि की मुश्किल / रघुवीर सहाय

126 bytes added, 15:25, 17 दिसम्बर 2011
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार =रघुवीर सहाय|संग्रह=सीढ़ि‍यों पर धूप में / रघुवीर सहाय
}}
{{KKCatKavita‎}}
<poem>
ये और आया है एक हल्ला, जो बच सकें तो कहो कि बचिए
जो बच न पायें तो क्या करूँ मैं, जो बच गये तो बहुत समझिए
सुकवि की मुश्किल को कौन समझे, सुकवि की मुश्किल सुकवि की मुश्किल
किसी ने उनसे नहीं कहा था कि आइए आप काव्य रचिए।रचिए ।
(1959)
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,616
edits