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जब हमारी बेबसी पर मुस्करायीं हसरतेंहमने ख़ुद अपने ही हाथों से जलाईं हसरतें जब हमारी बेबसी पर मुस्करायीं हसरतें
इक तरफ ये कहीं खुद्दार के क़दमों तले रौंदी गईं और कहीं खुद्दरियों को बेच आईं हसरतें
सबकी आँखों में तलब के जुगनू लहराने लगे