भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
'''कितने सुदामा चरित?'''
हिंदी में सुदामा चरितों की परंपरा मिलती है। [[नन्द दासनंददास]] के सुदामाचरित के बाद [[नरोत्तमदास]] का ही लेखन इस विषय पर मिलता है। [[नन्ददासनंददास|नन्द दास]] का सुदामाचरित वह लोकप्रियता नहीं पा सका जो पन्द्रवहवीं सदी में 1582 संवत में [[नरोत्तमदास]] का काव्यमय सुदामाचरित पाने में सफल रहा। सुदामा चरित लिखने का सिलसिला इसके उपरांत भी जारी रहा और सुदामा चरित के यशस्वी लेखकों के रूप में [[आलम]] का नाम भी आता है जिसने संवत 1623 में सुदामा चरित लिखा। इसी कडी में राजस्थान निवासी [[शिवदीन राम जोशी]] का नाम भी लिया जाता है। संक्षेप में अब तक सुदामा चरितों की संख्या निम्न प्रकार है
पन्द्रहवी सदी 1582 [[नरोत्तमदास]] रचित सुदामाचरित