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Kavita Kosh से
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'''आदरणीय श्री [[अनिल जनविजय]] जी की सद्प्रेरणा से तथा श्री [[ललित कुमार]] जी के सहयोग से 16 सितम्बर .[[2011]] को इस कोश से जुडने के 250वे दिन मैं इसमें 2000 पन्ने जोडने वाला योगदानकर्ता बन सका हूँ ।
अपने इस सफर के दौरान मैने देखा कि [http://www.kavitakosh.org कविताकोश ] के योगदानकर्ताओं में कुछ बड़े नाम हैं जिन्होंने इस कोश में हजारों और सैकड़ों की संख्या में पन्नों को जोडा है तो बहुत से छोटे नाम भी हैं जिन्होंने अपना योगदान इकाई और दहाई के अंकों तक सीमित रखा है। परन्तु इन सभी योगदानकर्ताओं में एक बात उभयनिष्ट है, और वह है हिन्दी कविता और साहित्य के प्रति गहरा लगाव। इनमें से अधिकतर लोग स्वयं भी अपने मनोभावों को कविता के माघ्यम से व्यक्त करते रहते हैं। कुछ एक की रचनाएैं कविताकोश में सम्मिलित भी हैं परन्तु छोटे योगदानकर्ताओं मे बड़ी मात्रा में ऐसे सदस्य भी हैं जो लिखते तो हैं परन्तु उन्हे कविताकोश में स्थान नहीं मिल सका है।
ऐसे ही योगदानकर्ताओं की रचनाओं के मंच देने के लिये मैने एक छोटा सा प्रयास किया है एक नये ब्लाग पोस्ट [http://yogdankarta.blogspot.com कविताकोश योगदानकर्ता मंच ] की संकल्पना करते हुये।