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हिन्दू-मुस्लिम एक हुए जब, तब जा कर आज़ाद हुए.. / श्रद्धा जैन
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14:24, 23 मार्च 2012
नमन हमारा उन को है जो भारत की बुनियाद हुए
नफरत की आंधी ने कितने
गाँव-शहर
सपनों को
बर्बाद
किए
किया
'श्रद्धा' लेकिन
एक
प्रेम से
जाने
कितने घर आबाद हुए
</poem>
Shrddha
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