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|रचनाकार=वोले शोयिंका
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[[Category:भाषा]]
<poem>
तुम छोड़ जाती हो अपने नामालूम दबाव ,शांत पोखर की सतह पर
</poem> साहित्य के लिए नोबल पुरूस्कार से सम्मानित १९८६ मैं ,अफ्रीकी कवि वोले सोयिंका की प्रेम कविता का अंश