भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

दुख उसने / गगन गिल

10 bytes added, 07:18, 21 मई 2012
|संग्रह= यह आकांक्षा समय नहीं / गगन गिल
}}
<poem>
दुख उसने
 
बहुत दिन हुए
 
पीछे छोड़ दिए थे
 
भिक्षु की पीड़ा में
 
संसार गलता है अब
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,057
edits