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गिलहरी / जगदीश व्योम

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चुन-चुन खूब बनाती।
गिलहरी दिनभर आती-जाती।।
 
दो बच्चे हैं छोटे-छोटे
 
ठीक अँगूठे जिनते मोटे
 
बड़े प्यार से उन दोनों को
 
अपना दूध पिलाती।
 
गिलहरी दिनभर आती-जाती।।