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राम चरण चित्त लगी / शिवदीन राम जोशी
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06:00, 30 मई 2012
अष्ट सिद्धी सब लारें लागे, जो रसना अमृत पागी।
शिवदीन राम लख तत्व ज्योति को, ज्योति में ज्योति समागी।
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आशिष पुरोहित
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