भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

दुर्भाग्य / अजय मंगरा

23 bytes added, 02:49, 7 जून 2012
|रचनाकार=अजय मंगरा
}}
{{KKCatKavita}}{{KKCatMauritiusRachna}}
<poem>
हाय !
निष्ठुर माँ का हृदय न पसीजा।
दुर्भाग्य तेरा।
 
</Poem>
Mover, Reupload, Uploader
7,916
edits