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तेरी सुन्दरता, तेरी उज्ज्वलता, करते मेरे मन की फेरी
याद तुझे कर-कर हरजाई, सुख पाता हूँ मैं यूनानी
पता नहीं कैसे बोलेगी, तुझ पर तुझसे मेरी कविता दीवानी
'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल जनविजय'''
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