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{{KKRachna
|रचनाकार=अज्ञेय
|संग्रह=अरी ओ करुणा प्रभामय / अज्ञेय; सुनहरे शैवाल / अज्ञेय
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अ-मूल ? अमोल ?
विलीयमान ? चिर ?
'''नयी दिल्ली (रेस्तराँ में बैठे-बैठे), 25 अगस्त, 1958'''
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