भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
उछलती-कूदती
जाने कहाँ गई वो लड़की !
बकरी का पगहा[<ref]>गले में बँधी रस्सी[</ref] > थामेखेतों के डरेर[<ref]>मेंड़[</ref] > पर भागती,
जाने क्या-क्या सपने बुनती
एक अलग दुनिया उसकी !
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits