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गीतांजलि / रवीन्द्रनाथ ठाकुर

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* [[तुम लोगों ने सुनी नहीं क्या / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
* [[मान ली, मान गयी मैं हार / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
* [[एक-एक कर सारे / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
* [[गाते-गाते गान तुम्हारा / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
* [[प्रेम तुम्हारा वहन कर सकूँ / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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