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गरुड़ को दावा सदा जैसे नाग के समूह पर , दावा नाग जूह पर सिंह सिरताज को.दावा पुरहुत पूरहूत को पहारन के कूल पर , दावा सब पच्छिन के गोल पर दावा सदा बाज को .भूषण अखंड नव ख्ब्द खंड महि मंडल में , तुम पर रवि को दावा जैसे रवि किरन समाज को .पेपूरब पछांह देश दच्छिन ते उत्तर लौं , जहाँ पातसाही तहाँ दावा सिवराज को .
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