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उन्माद के खिलाफ़ / प्रयाग शुक्ल
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08:52, 30 दिसम्बर 2012
<Poem>
उन्माद कभी ज्यादा देर तक नहीं
ठहरता ,
यही है लक्षण उन्माद का ।
बीजों में , पेड़ों में , पत्तों में नहीं होता
उन्माद
आँधी में होता है
उन्माद में बराबर ।
सूर्य और चन्द्र में तो होता ही
नहीं उन्माद ,
होता भी है तो ग्रहण
अनिल जनविजय
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