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धुँआ (1) / हरबिन्दर सिंह गिल

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क्योंकि, ये बादल
किन्हीं फसलों के लिए नही बने
न बने हैं, पैड पेड़-पौधों के लिए
न बने हैं, पशु-पक्षियों के लिए ।
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